बुरहानपुर । तीन महा पूर्व जब टमाटर ₹200 किलो हुए। सड़क से लेकर संसद तक हंगामा हो गया। सत्ता पक्ष को विपक्षी पार्टियों के विरोध का सामना करना पड़ा था। लेकिन अब स्थिति बदल गई है 200 रुपए किलो बिकने वाले टमाटर₹2 किलो में भी कोई खरीदने को तैयार नहीं है जिस कारण बुरहानपुर कृषि पाई मंडी में किसान टमाटर जमीन पर फेंक कर चले जा रहे हैं जिन्हें बकरियां जानवरों को खिलाने के लिए लोग लेकर जा रहे हैं साथ ही₹100 किलो बिकने वाले आलू का भी यही हाल है आलू पूरी तरह से सब गए हैं जिन्हें किसान फेंक रहे हैं तो वहीं महिलाएं इन्हें चुनकर अच्छे आलू निकल रही है मंडी के व्यापारियों का कहना है कि कर्मचारियों की हड़ताल के चलते मंडी में सफाई व्यवस्था चरमरा गई है चारों तरफ गंदगी है जो बीमारियों को न्योता दे रही है व्यापारियों को गंदगी के कारण मच्छरों के काटने से डर है व्यापारियों का कहना है कि मच्छर काट रहे हैं तो डेंगू का खतरा मंडरा रहा है वही कुछ दुकानदारों का कहना है कि जब टमाटर ₹200 किलो बिक रहे थे तब लोग हंगामा कर रहे थे लेकिन अब टमाटर ₹2 किलो में भी कोई खरीदने को तैयार नहीं है किसानों को अपनी फसल का उचित दाम नहीं मिला तो उन्होंने टमाटर की गाड़ी मंडी में पलटा के चले गए है।