पुलिस अधीक्षक ने ग्रामवासियों से चर्चा कर उन्हें अवैध हथियार निर्माण जैसे आपराधिक कार्य से दूर रहकर समाज की मुख्यधारा से जुड़ने हेतु समझाइश दी
जनसंवाद कार्यक्रम में ग्रामवासियों से उनके उत्थान हेतु सुझाव भी लिए गए। ग्राम वासियों ने अपराध का रास्ता छोड़ने एवं समाज की मुख्यधारा से जुड़ने का दिलाया भरोसा
पुलिस अधीक्षक बुरहानपुर देवेंद्र कुमार पाटीदार एवं एसडीओपी नेपानगर श्री निर्भय सिंह अलावा द्वारा खकनार थानाक्षेत्र अंतर्गत ग्राम पाचौरी पहुंचकर वहां के सिकलीगर समुदाय के उत्थान के संबंध में सीधी चर्चा करने के उद्देश्य से जनसंवाद किया गया। *”आ अब लौट चले”* कार्यक्रम के तहत आज दिनांक 29/12/2023 को ग्राम पाचौरी में सिकलीगर समुदाय के उत्थान व सुधार पहल करते हुए पुलिस अधीक्षक महोदय एवं एसडीओपी नेपानगर द्वारा जन संवाद किया गया। पुलिस अधीक्षक महोदय ने ग्राम वासियों को समझाया कि पैसा कमाने के लिए वे अवैध हथियार बनाने, तस्करी करने का अपराधिक रास्ता छोड़े और अन्य रोजगार करते हुए समाज की मुख्य धारा में शामिल हों। उन्हें समझाया कि अपराधिक गतिविधियो में लिप्त रहने से उनका नुकसान हो रहा है। बच्चो का भविष्य खराब हो रहा है। सिकलीगर समाज का नाम बदनाम हो रहा है। कुछ लोगों के अपराधो में लिप्त होने के बावजूद पूरे समाज को अपराधिक प्रवत्ति का माना जाता है। अवैध हथियार बनाने का काम छोड़ने पर ही वे समाज की मुख्यधारा से जुड़ पाएंगे। पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा पढ़ाई हेतु खकनार के गुरुकुल स्कूल जाने वाले स्कूली बच्चों से भी संवाद किया गया। जनसंवाद में ग्रामीणों से सीधी चर्चा कर उनसे भी उनके उत्थान हेतु सुझाव लिए गए। उन्होंने शासन द्वारा शासकीय योजनाओं का लाभ दिलवाने , रोजगार के साधन उपलब्ध करवाने, कृषि कार्य हेतु कुएं खुदवाने में सहायता, बच्चो के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं , नर्सिंग आदि की परीक्षाओं की तैयारी हेतु कोचिंग उपलब्ध कराने, शासकीय नौकरी में प्राथमिकता एवं स्व रोजगार हेतु ऋण उपलब्ध कराने जैसे सुझाव दिए। कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य जनों ने बताया कि गांव मे कुछ लोगो के द्वारा ही शस्त्र निर्माण का कार्य किया जाता है। उनकी वजह से पूरा समुदाय बदनाम हो रहा है। जनसंवाद कार्यक्रम खकनार थाना प्रभारी श्री विनय आर्य, थाने के एएसआई अमित हनोतिया, आर. सैयद शादाब अली, आर. संदीप , गांव के गणमान्य नागरिक तरणसिंग, अतीकसिंग, जसपालसिंग, जतनसिंग, रामसिंग, ज्ञानीजी, तजीन्दरसिंग समेत गांव की महिलाएं, पुरूष एवं स्कूली बच्चे शामिल हुए।