बुरहानपुर। एक विधानसभा में पूरे चुनाव को जीतने के लिए कुल पदाधिकारियों की संख्या कितनी होना चाहिए इसका आकलन करना चाहिए। मतदाता अगर दो ढाई लाख है तो कार्यकर्ताओं की संख्या 13 हजार आती है। हर विधानसभा में 10 से 13 हजार कार्यकर्ताओं की संख्या होती है। तन, मन, धन से अगर चुनाव लड़ें तो दुनिया की कोई भी पार्टी भाजपा के सामने नहीं टिक सकती। हमेशा बात होती है कि हमारा प्रत्याशी कौन होगा। पीएम मोदी कहते हैं हमारा प्रत्याशी केवल एक कमल का फूल होना चाहिए। कमल के फूल को हम किसी भी कोने में मुरझाने नहीं देंगे। कईं बार व्यक्ति प्रत्याशी पर केंद्रित होता है। प्रदेश और जिले में कहीं भी कमल का फूल नहीं मुरझाएगा।
यह बात राज्यसभा सांसद डॉ. सुमेरसिंह सोलंकी ने भाजपा चुनाव संचालन समिति की मंगलवार दोपहर आयोजित बैठक में कही। उन्होंने कहा- जिले में कितने पीएम आवास बने। आप जिस कार्यक्रम, केंद्र या मंडल में जा रहे हैं और अगर वहां के आंकड़े आपने पहले ही जुटा लिए तो आपको यह बताने में आसानी होगी कि हमने यहां यह लाभ पहुंचाया है। शहर के वार्डों के आंकड़े होना चाहिए। यह आत्म चिंतन के सवाल हैं कि बुरहानपुर जिले की नेपानगर, बुरहानपुर विधानसभा में पीएम आवास कितने बने हैं। एकदम परफेक्ट आंकड़ा है तो बोलने में आत्मविश्वास बनेगा। यह हमने किया है जो हमने किया है वह नहीं गिनाएंगे तो झूठ बोलने वाला तो कुछ भी बोलकर जाएगा। आज भी कांग्रेस झूठ बोल रही है।
उन्होंने कहा-लाड़ली बहना योजना का जिले का कितना आंकड़ा है यह भी कार्यकर्ताओं को पता होना चाहिए। बैठक को देवास के पूर्व जिलाध्यक्ष नंदकिशोर पाटीदार ने भी संबोधित किया। बैठक में पूर्व मंत्री अर्चना चिटनीस, नेपानगर विधायक सुमित्रा कास्डेकर, पूर्व विधायक रामदास शिवहरे, महापौर माधुरी अतुल पटेल, बुरहानपुर विधानसभा संयोजक एवं पूर्व महापौर अतुल पटेल, नेपानगर विधानसभा संयोजक राजेश चौहान, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य दिलीप श्रॉफ., विजय गुप्ता, जिला पंचायत अध्यक्ष गंगाराम मार्को, सहित काफी संख्या में भाजपा नेता, कार्यकर्ता मौजूद थे। बैठक का संचालन जिला महामंत्री डॉ. मनोज माने ने किया, आभार जिला महामंत्री रतिलाल चिलात्रे ने माना।
*जिलाध्यक्ष बोले- हमें सरकार बनाना है इसलिए ज्यादा समय दें कार्यकर्ता*
इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष मनोज लधवे ने कहा- मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान बुरहानपुर आ रहे है। करीब एक लाख के करीब लोगों के आने की संभावना है। इसमें कार्यकर्ताओं को मेहनत करने की जरूरत है। पूर्व में जो कार्यक्रम हुए हैं उसकी आज समीक्षा हो रही है। हमें ज्यादा से ज्यादा समय देकर पार्टी का काम करना है। यह बात सही है कि पदाधिकारियों पर लोड है, लेकिन एक साथ चार चार काम करने की आदत डालना पड़ेगी, क्योंकि हमको सरकार बनानी है।