बुरहानपुर।बचपन में घोड़ों और इनकी सवारी से हुआ लगाव स्वर्णा सिंह को राष्ट्रीय स्पर्धा तक ले गया। स्वर्णा का घुड़सवारी जूनियर नेशनल स्पर्धा में चयन हुआ है। 14 साल 8 महीने की स्वर्णा राष्ट्रीय स्पर्धा में भाग लेने वालीं सबसे कम उम्र की घुड़सवार हैं। वे पहले भी राज्य स्तर पर स्पर्धाएं जीत चुकीं हैं। स्वर्णा पूर्व लालबाग थाना प्रभारी अमिताभ प्रताप सिंह की बेटी हैं। वे घुड़सवारी में देश में अपना अलग मुकाम बनाना चाहतीं हैं। स्वर्णा का जन्म 26 नवंबर 2009 को भोपाल में हुआ। पिता अमिताभ प्रताप सिंह भी घुड़सवारी के शौकीन हैं। उन्होंने छोटी उम्र में एक बार स्वर्णा को घोड़े पर बैठाया। घोड़ा चंद कदम ही चला था कि स्वर्णा के चेहरे पर अलग ही खुशी तैर गई। तब किसी ने नहीं सोचा था कि घोड़े की यह सवारी स्वर्णा को घुड़सवारी में अलग मुकाम पर ले जाएगी। राष्ट्रीय स्पर्धा 26 दिसंबर से 2 जनवरी तक बैंगलुरू में होगी। इसमें शामिल होने के लिए स्वर्णा बैंगलुरू रवाना हो गई हैं। राष्ट्रीय स्पर्धा में उनका चयन मप्र खेल अकादमी की मप्र स्टेट इक्वेस्ट्रेन एकेडमी की ओर से हुआ है। स्वर्णा फिलहाल दिल्ली पब्लिक स्कूल भोपाल में कक्षा 10वीं की छात्रा हैं। घुड़सवारी के शौक में पिता अमिताभ प्रताप सिंह, मां सोनाली सिंह और बड़े भाई सूर्यांश प्रताप सिंह भी सहयोग कर रहे हैं। वे जब भी बुरहानपुर आतीं हैं, घुड़सवारी करतीं हैं। स्वर्णा के पिता एपी सिंह पुलिस में हैं और दबंग अफसरों में उनका शुमार होता है। वह लालबाग बुरहानपुर, नेपानगर सहित अन्य थानों के प्रभारी रह चुके हैं।