बुरहानपुर। विधानसभा चुनाव में जिले के राजनीतिक समीकरण लगातार बदल रहे हैं। कांग्रेस के कई नेताओं ने कांग्रेस पार्टी टिकट वितरण को लेकर पार्टी से बगावत कर दी थी। बुरहानपुर में कांग्रेस की बागी नेताओं की कांग्रेस पार्टी में घर वापसी हो रही है। जिसमें बुरहानपुर शहर के कई कांग्रेसी पार्षद सहित कांग्रेस पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष नूर काज़ी भी पार्टी में वापसी की।
बुरहानपुर विधानसभा से पूर्व विधायक हमीद काजी के बेटे और वर्तमान में शहर कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष नूर काजी ने दावेदारी की थी, लेकिन उन्हें कांग्रेस पार्टी ने टिकट नहीं दिया। साथ ही अल्पसंख्यक वर्ग से टिकट मांगा जा रहा था। जब टिकट नहीं मिला तो इससे आहत कुछ नेताओं ने निष्ठावान कांग्रेस बनाई थी। यही निष्ठावान कांग्रेसी कांग्रेस पार्टी से अल्पसंख्यक वर्ग से उम्मीदवार उतारे जाने की मांग कर रहे थे, लेकिन पार्टी ने ठाकुर सुरेंद्र सिंह शेरा भैया का टिकट नहीं बदला तब कांग्रेस नेता और पूर्व नेता प्रतिपक्ष नफीस मंशा खान एआईएमआईएम से टिकट ले आए।
खास बात यह है कि तब उनको टिकट दिलवाने शहर कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष और पूर्व विधायक हमीद काजी के बेटे नूर काजी भी औरंगाबाद पहंुचे थे। वहां बैठक में तालियां बजाते हुए भी नजर आए थे, लेकिन मंगलवार को उन्होंने एक वीडियो संदेश जारी कर कांग्रेस में आस्था जताई और कहा मैं पहले भी साथ में था और अब भी साथ में हूं, लेकिन उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, क्योंकि हाल ही में यह पूरा घटनाक्रम हुआ था। हालांकि अब उन्होंने अपील जारी कर पूरी तरह से कांग्रेस पार्टी के साथ काम करने की बात कही है।
पार्टी हाईकमान से पड़ रही फटकार
बताया जा रहा है कि ऐसे नेता जो कांग्रेस का काम न कर विरोध में हैं उनको पार्टी हाईकमान से फटकार पड़ रही है। इसके बाद वह बयान भी जारी कर रहे हैं। वहीं 23 में से अब तक 6 पार्षद वापस कांग्रेस में लौट आए हैं। गौरतलब है कि पिछले दिनों 23 पार्षदों ने अल्पसंख्यक वर्ग से टिकट नहीं मिलने पर पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था।