बुरहानपुर। कांग्रेस पार्टी द्वारा निर्दलीय विधायक ठाकुर सुरेंद्र सिंह को प्रत्याशी घोषित करने के बाद कांग्रेस पार्टी द्वारा टिकट वितरण को लेकर बीती रात में जमकर विरोध प्रदर्शन किया गया। विरोध प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस पार्टी द्वारा बुरहानपुर विधानसभा के प्रत्याशी का पुतला दहन किया गया वही टिकट वितरण को लेकर जिले के कांग्रेस नेताओं ने आपत्ती जताते हुए कहां की पिछली बार इसी प्रत्याशी ने कांग्रेस पार्टी के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ा था 2023 के विधानसभा चुनाव में पार्टी निर्दलीय विधायक को टिकट देकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं का मनोबल को तोड़ा है । कांग्रेस की दूसरी सूची जारी होने के बाद बुरहानपुर में कांग्रेस दो अलग-अलग खेमों में बट गई है । जिसमें एक दल जिनके द्वारा आधी रात को ठाकुर सुरेंद्र सिंह के प्रत्याशी बनाए जाने का विरोध किया जा रहा था । वही दूसरा दल कांग्रेस नगर अध्यक्ष रिंकू टाक के साथ दिखाई दिया। जिनके द्वारा ठाकुर सुरेंद्र सिंह के घर पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस ली गई। इस कांफ्रेंस में कांग्रेस के नगर अध्यक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ जनों ने मीडिया से चर्चा की मीडिया ने जब कांग्रेस के दूसरे दल के विरोध के बारे में प्रश्न पूछा तो कांग्रेस अध्यक्ष हर्ष रिंकू टाक ने कहा कि कांग्रेस एक परिवार है किसी प्रकार का कोई मतभेद नहीं है। सबको अपना-अपना अधिकार मांगने का हक है । अगर किसी कांग्रेस नेता द्वारा कांग्रेस पार्टी का विरोध करता है तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी । जिला अध्यक्ष रिंकू टोंक ने बताया कि अल्पसंख्यक में से टिकट की मांग को लेकर दो ही व्यक्तियों के नाम भेजे गए थे । जबकि बीती रात पूर्व विधायक हमीदुद्दीन काज़ी , नेता प्रतिपक्ष उबेद शेख ,निगम अध्यक्ष पति अमर यादव ,नफीस मंशा खान ,फरीद काज़ी, नूर काज़ी, इस्माइल अंसारी ने विधायक सुरेंद्र सिंह के प्रत्याशी बनाए जाने को लेकर विरोध किया और अल्पसंख्यक टिकट की मांग की । अब यह समझ से परे है कि यदि कांग्रेस अलग-अलग खेमों में बट गई तो आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का क्या होगा इसका अंदाजा आसानी लगाया जा सकता है। गौरतलाब है कि 2018 में इसी गुड बाजीजी के चलते कांग्रेस की जमानत जप्त हो गई थी ।