बुरहानपुर शहर बारसों पुराना शहर है यहां पर कई ऐतिहासिक धरोहर हैं जिनका देश के इतिहास में अपना एक अलग ही महत्व है बुरहानपुर को दक्कन का द्वार कहा जाता है ऐसा माना जाता है कि बुरहानपुर 200 साल तक खानदेश की राजधानी रहा है यहां कई राजाओं ने राज किया है जिनका इतिहास में आज भी वर्णन है लेकिन अब के इतिहास को केवल पुस्तकों और लाइब्रेरी में नहीं बल्कि प्रोजेक्टर के माध्यम से लोगों तक पहुंचाने के लिए शहर की शाही के लिए में विशेष व्यवस्था की गई है पुरातत्व विभाग द्वारा शाम होते ही शहर के शहर के लिए में लाइट साउंड सिस्टम के साथ-साथ प्रोजेक्टर के माध्यम से बुरहानपुर का इतिहास पर्यटकों तक पहुंचा जा रहा है इतिहासकार कमरुद्दीन फलक ने बताया कि यह बहुत ही अच्छी व्यवस्था है इससे हमारे आने वाली पीढियां को इतिहास की जानकारी होगी।